प्रेम रावत,quote
प्रेम रावत,quote

अगर असली चमत्कार है तो वही चमत्कार है कि अंधेरी दुनिया के अंदर, अंधेरी ज़िन्दगी के अंदर प्रकाश हो गया.
क्योंकि इस जीवन के अंदर अंधेरा हो जाता है तो अंधेरा ही रहता है.
चाहे जितने भी दीपक जलाओ, अंधेरे का अंधेरा ही रहता है.
अज्ञानता का जो अंधेरा है, वह ऐसा अंधेरा है कि उसमें दीपक जलाओ तो वह भी बुझ जाता है.
परंतु ज्ञान का दीपक ऐसा दीपक है कि इसे जलाने से अज्ञानता का अंधेरा दूर हो जाता है.
"गु"- नाम अंधकार और "रू"- नाम प्रकाष. यही "गुरू" है.
-प्रेम रावत