प्रेम रावत,quote
प्रेम रावत,quote

अगर कभी आप मधुमक्खी को देखेंगे तो यह पाएंगे कि उसका ध्यान एक ही जगह एकाग्र रहता है.
वह एक साथ दस चीज़ें नहीं करती है. जहां फूल है, वहीं जायेगी.
उसी प्रकार अगर हमारा ध्यान भी एकाग्र हो तो हम भी असंभव चीज़ को संभव कर सकते हैं.
-प्रेम रावत