प्रेम रावत,quote
प्रेम रावत,quote

इन आंखो को बंद करके अंदर की आंख खोलो.
तुम्हारे हृदय के अंदर जो दृश्य है, जिसे तुम्हारा हृदय देखना चाहता है,
उसको तुम निहारो.
-प्रेम रावत