इस संसार में तुम आये और एक दिन चले जाओगे. अपना जीवन सफल करना है तो इसकी एक विधि है. क्या विधि है? जिसके लिए कहा है-विधि हरि हर जाको ध्यान करत हैं, मुनि जन सहस अट्ठासी सोई हंस तेरे घट माहीं, अलख पुरुष अविनाशी. विधि, हरि, हर- इसमें सब आ गए. जिनकी तुम पूजा करते हो, वे सब आ गए. जिसका ब्रह्मा, विष्णु, महेश और सारे ऋषि-मुनि ध्यान करते हैं, वह ‘हंस’, वह अलख पुरुष अविनाशी, हम सभी के हृदय में विराजमान है.