प्रेम रावत,quote
प्रेम रावत,quote

कई लोग हैं, जो ऐसी जगह जाते हैं जहां कारों की आवाज नहीं है, बसों की आवाज नहीं है।
और कहते हैं, कितनी शांति है यहां!
अपने जीवन के अंदर जो आवाज सुनार्इ देती है शहरों में,
उसके अभाव को अगर मनुष्य शांति समझने लगे तो वो शांति है?
असली शांति है? अगर वो असली शांति होती तो ऐसा मनुष्य जो सुन नहीं सकता है,
वो हमेशा ही शांत रहता! असली शांति क्या है?
असली शांति वो है, जिसका अनुभव मनुष्य अपने अंदर कर सकता है। बाहर नहीं।
-प्रेम रावत