प्रेम रावत,quote
प्रेम रावत,quote

जब बनाने वाले के सुमिरण की बात आती है, तब हम उसका सुमिरण करें या न करें,
परंतु बनाने वाला हमारे श्वांस के रूप में हमारा निरन्तर सुमिरण कर रहा है.
जिस दिन इस सुमिरण में अंतर पड़ जाएगा, उस दिन हम जीवित नहीं रहेंगे.
अत: हमारा श्वांस उस बनाने वाले के असितत्व का प्रमाण है.
-प्रेम रावत