प्रेम रावत,quote
प्रेम रावत,quote

जब मनुष्य अविनाशी का अनुभव करता है तो न कल है, न परसों है, न ऊपर है,
न नीचे है, न चिंता है, न आशा है, न निराशा है।
सब सम हो जाता है। समय रुक जाता है। वो है असली
शांति का अनुभव। वो है उस परमात्मा का अनुभव।
-प्रेम रावत