Bhagwan, Ek Ram,प्रेम रावत,quote
Bhagwan, Ek Ram,प्रेम रावत,quote

जब मैं बात करता हूँ भगवान की, तो मैं किस भगवान की बात कर रहा हूँ?
अब लोग अचम्भे में पड़ेंगे कि कितने भगवान हैं? देख लो, कितने भगवान हैं।

एक राम दशरथ का बेटा। एक राम घट-घट में बैठा।।
एक राम का जगत पसारा। एक राम जगत से न्यारा।।

भ्रम हो गया कि किस भगवान के पीछे पड़ें? भाई,
अब पकड़ना ही है तो सबसे नज़दीक वाले को पकड़ो। दूर काहे के लिए भागते हो?
सबसे नज़दीक वाला कौन है? दशरथ का बेटा? ना। जिसने जगत पसारा?
है तो वो नजदीक, परंतु तुम उसको पकड़ नहीं सकते।
क्या-क्या साथ में लेते चलोगे?
फिर सोचने की बात है कि अगर जानना ही है- खुशखबरी है कि
जो तुम्हारे घट में बैठा है न, उसको तुम जान सकते हो,
उसका तुम अनुभव कर सकते हो। अगर तुम उस घट सिथत परमात्मा का
अनुभव करना चाहते हो तो ये संभव है, इसकी विधि हमारे पास है।
-प्रेम रावत