Kabir, Pani, Bulbula,,कबीरदास जी,quote
Kabir, Pani, Bulbula,,कबीरदास जी,quote

पानी केरा बुलबुला, अस मानुस की जात,
देखत ही छुप जात है, ज्यों तारा प्रभात।।
-कबीरदास जी