Manushya, Moksh, Jimmedari,प्रेम रावत,quote
Manushya, Moksh, Jimmedari,प्रेम रावत,quote

मनुष्य शरीर मोक्ष का दरवाज़ा है। यह साधन है।
लोग कहते हैं कि, 'इसका मतलब है, क्या हम सारी घर-गृहस्थी को छोड़ दें?'
नहीं! घर-गृहस्थी को छोड़ने की ज़रूरत नहीं है।
तुम्हारे जीवन के अंदर जो कुछ भी जिम्मेवारियां हैं,
इनको बढ़िया से बढ़िया तरीके से निभाओ। परंतु एक और जो तुम्हारी जिम्मेवारी है; अपने अंदर बैठे भगवान का अनुभव करने की,
इस जिम्मेवारी को मत भूल जाओ।
-प्रेम रावत