प्रेम रावत,quote
प्रेम रावत,quote

मैं जो सुंदरता की बात कर रहा हूँ वो तुम्हारे चेहरे पर नहीं है. तुम्हारा एक और चेहरा है.
जब तुम्हारा वो चेहरा मुस्कराता है तो तुम इतने सुंदर लगते हो कि
उसका वर्णन नहीं किया जा सकता. उसका बखान नहीं किया जा सकता.
ये सुंदरता तुमको आईने में नहीं दिखाई देगी. जब तुम अपने दिल के, अपने हृदय के
आईने में अपने आपको देखोगे, तब तुमको ये सुंदरता दिखाई देगी.
ये जो तुम्हारा दूसरा चेहरा है, ये बूढ़ा कभी नहीं होगा, इसमें
झुर्रियां कभी नहीं पड़ेंगी. इसमें दाग कभी नहीं पड़ेंगे.
इसकी पहचान ही यह है कि ये सदा मुस्कराता रहता है. इसको इस संसार के दुखों से कोई
मतलब नहीं है और न ही ये संसार के सुखों के कारण मुस्कराता है.
इसको संसार के सुख से भी कोई मतलब नहीं है. क्योंकि ये सुख, ये दुख, आयेंगे और जायेंगे.
-प्रेम रावत