प्रेम रावत,quote
प्रेम रावत,quote

इस स्वांस के अंदर क्या छिपा है?
इस स्वांस के अंदर छिपा है बनाने वाले का वह प्रसाद, जिसको पाने की इच्छा सभी करते हैं.
यह मुफ्त में आता है और मुफ्त में जाता है, कुछ करने की ज़रूरत नहीं है.
जब आता है तो क्या लाता है? तुम्हारी ज़िन्दगी को लाता है.
जिस दिन यह आना बंद कर देगा, उस दिन क्या रह जाएगा?
कुछ नहीं रह जाएगा. क्योंकि जिस चीज़ से हम प्रेम करते हैं, दरअसल वह चीज़ ये शरीर नहीं है, वह है स्वांस.
वह तुम्हारे अंदर भी आ रहा है और मेरे अंदर भी आ रहा है.
'ज्ञान' एक ऐसी चीज़ है जो तुमको बता सकती है कि उस स्वांस की क्या कीमत है.
-प्रेम रावत