प्रेम रावत,quote
प्रेम रावत,quote

जब वह परमपिता परमात्मा तुम्हारे अंदर बैठा है तो स्वर्ग और कहीं हो ही नहीं सकता.
बस, बात इतनी है कि उसको जानने के लिए गुरु की ज़रूरत है.
-प्रेम रावत