बनाने वाला तुम्हारे अंदर स्वांस रूपी ढ़ोल बजा रहा है. नाचो! उन आशाओं का नाच नाचो. उस आनंद की बाँसुरी को अपने जीवन के अंदर बजाओ. चाहे कुछ भी हो, अपने जीवन के अंदर उस चीज़ को समझते हुए, उस चीज़ का अनुभव करते हुए अपना जीवन आप धन्य कर सकते हैं और धन्य कीजिए!