प्रेम रावत,quote
प्रेम रावत,quote

मनुष्य जीवन का सही उपयोग है परमानंद को प्राप्त करना और उसका अनुभव केवल मनुष्य का ह्रदय कर सकता है,
अन्यथा इस जीवन का उद्देश्य उसी प्रकार निष्फल हो जायेगा जैसे एक पेन,
जो लिखने के लिए है परंतु हम उससे कभी अपने कान खुजाते हैं,
कभी उससे खिड़की खोलते हैं. यह पेन का सही उपयोग नहीं है. उसी प्रकार यदि मनुष्य
अपने जीवन में परमानंद का अनुभव नहीं कर पाया, तब यह उसके जीवन का सही उपयोग नहीं होगा.
-प्रेम रावत