प्रेम रावत,quote
प्रेम रावत,quote

मेरे अन्दर यह प्यास लगती है कि मैं अपने जीवन में सुख और शांति को प्राप्त कर सकूं.
सबसे बड़ी बात यह है कि यह हमारी-तुम्हारी बनाई हुई प्यास नहीं है.
यह दुनिया की सिखाई हुई बात नहीं है. यह प्यास तो हर एक प्राणी के अन्दर पहले से ही लगी हुई है,
चाहे वह पढ़ा-लिखा हो, चाहे वह अनपढ़ हो; चाहे वह अमीर हो, चाहे वह गरीब हो.
चाहे वह कोई भी हो, किसी भी जाति का हो, कहीं का भी रहने वाला हो.
हर एक मनुष्य के अंदर उस बनाने वाले ने यह प्यास डाली हुई है.
ये ‘हृदय की प्यास’- कोई छोटी-मोटी बात नहीं है.
इस प्यास को बुझाने के लिए सारा संसार जुटा हुआ है.
-प्रेम रावत