प्रेम रावत,quote
प्रेम रावत,quote

जिस संसार को तुम अपना समझते हो, संत-महात्माओं ने उसे सपना बताया है.
इसका मतलब यह नही कि सब कुछ त्याग दो. यदि कुछ त्यागना ही है, तो छल कपट को त्यागो, क्रोध को त्यागो, और ज्ञान प्राप्त करके अज्ञानता के अंधकार को त्यागो, ताकि जीवन में उजाला हो सके.
-प्रेम रावत