प्रेम रावत,quote
प्रेम रावत,quote

आज मनुष्य मानने के जाल में उलझा हुआ है.
जानने का क्या हुआ? जानने का क्या महत्व है?
मानने में जानना नहीं आता है,
लेकिन जानने में मानना अपने आप आ जाता है.
-प्रेम रावत