प्रेम रावत,quote
प्रेम रावत,quote

आप एक दिन को पहचानते हैं, आप एक हफ्ते को पहचानते हैं, आप एक महीने को पहचानते हैं, आप एक साल को पहचानते हैं,
पर आप एक स्वांस को नहीं पहचानते हैं.
ये स्वांस क्या है?
यह है, एक-एक बूँद जो आपके अंदर आ रही है.
क्योंकि यह आती जाती है इसलिए एक साल है, इसलिए एक घंटा है, इसलिए एक मिनट है.
-प्रेम रावत